Visit blogadda.com to discover Indian blogs मेरा गाँव मेरी सरकार: स्वराज: क्या और क्यों

स्वराज: क्या और क्यों

स्वराज का मतलब क्या है? और हमें स्वराज क्यों चाहिए? क्या अंगे्रज़ों के चले जाने से भारत में स्वराज नहीं आ गया? और फिर जब स्वराज आ गया है तो सुराज की बात कीजिए, सुशासन की बात कीजिए!
क्या हम सिर्फ इस बात से खुशी हो सकते हैं कि 60 साल पहले हमारे मुल्क में स्वराज आ गया था। 60 साल पहले जो आया था उसके बाद भी लोग लोग ग़रीबी, अपराध्, अशिक्षा, जर्जर स्वास्थ्य सेवाओं, टूटी हुई सड़कों यहां तक कि पुलिस और सरकारी कर्मियों के भ्रष्टाचार और दुव्र्यवहार से दुखी हैं जबकि ये ऐसी समस्याएं जिन्हें आसानी से हल किया जा सकता है। कागजों पर तो इन सभी समस्याओं के समाधान के लिए योजनाएं बनाई जाती है, धन भी मुहैया कराया जाता है लेकिन धरातल पर होता कुछ नहीं। जब लोग अधिकारियों से शिकायत करते है तो अधिकारी उनकी एक नहीं सुनते।
सरकार से रोज़मर्रा की शिकायतें करते करते आम आदमी थक चुका है लेकिन इस असफलता और कुप्रबंधन के खिलाफ वह एक आम आदमी के रूप में कुछ नहीं कर सकता, सिवाय पांच साल में एक बार वोट देने के।